सिरसी में हुई बजमे शोराए सादात की महाना नशिस्त
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कलम हिन्दुस्तानी संवाददाता
मोहम्मद सादिक़
संभल ।संभल के थाना नखासा क्षेत्र के कस्बा सिरसी में मौलाना हबीबुल साहब मरहूम के मकान पर बज़में शोराए सादात की जानिब से हर महीने होने वाली नशिस्त का आयोजन किया गया जिसमें तिलावते हदीसे किसा के बाद मे नईम सिरसिवी ने नात ए पाक से नशिस्त का आगाज़ किया नशिस्त का संचालन तम्सील सिरसिवी और नईम ज़िया सिरसीवी ने किया बज़्मे शोराए सादात की जानिब से होने वाली इस महाना नशिस्त का मीसरा था। (तशनागी करती है दरिया पर हुकूमत अब तक )
जिस पर जनाब सादिक सिरसिवी ने कहा ।
आज भी आती है मस्जिद से आज़नो की सदा
कर्बला जिंदा है हम तेरी बदौलत अब तक
इसके अलावा नशिस्त में सिरसी के तमाम शायरों ने शिरकत की जिसमें जनाब वकार मेहदी, जनाब मौलाना मुशीर हुसैन चांद साहब ,मौलाना गजनफर ,महताब सिरसिवी,ज़रीफ हस्नेन ,तनवीर सिरसिवी ,शफी सिरसिवी,शमीम हैदर, सादिक़,अज़ीम,मौ मेहदी मम्मू,सलमान सिरसिवी,ज़ेन ,बबर,जयगम,
इसलाम सिरसिवी,दानीश,अली मिया,नईम सिरसिवी,मुस्तफा रज़ा,गुलाब,आदी शायरों ने अपने अपने तरही कलाम पेश किए नशिस्त मे आए हुए तमाम मेहमानों और शायरों का तम्सील सिरसिवी ने शुक्रिया अदा किया महफिल के बाद नजर का एहतमाम जनाब तम्सील सिरसिवी की जानिब से किया गया